छत्तीसगढ़ राजीव गांधी किसान न्याय योजना, 9 हजार रुपये प्रति एकड़ व 10 हजार रुपये प्रति एकड़ जाने विस्तार से

इस Post को आप Share भी कर सकते हैं 👇

Cg Kisan Nyay Yojana : शासन की राजीव गांधी किसान न्याय योजना किसानों के जीवन में समृद्धि एवं खुशहाली ला रही है। किसानों के आर्थिक उन्नति की दिशा में यह योजना कारगर साबित हुई है। जिले में इस योजना से प्रेरित होकर युवाओं ने खेती-किसानों को अपनाया है। हर साल किसानों के संख्या के साथ धान का रकबा में वृद्धि हो रहा है।

 

 

जानिये 9 हजार व 10 हजार रुपये प्रति एकड़ कौन सी फसल पर मिलता है ?

राजीव गांधी किसान न्याय योजना(Chhattisgarh rajiv gandhi kisan nyay yojana) के अंतर्गत सभी फसलों के लिये 9 हजार रूपए प्रति एकड़ तथा धान के बदले वैकल्पिक फसल लेने पर 10 हजार रूपए प्रति एकड़ इनपुट सब्सिडी दी जा रही है। कोदो, कुटकी, रागी उत्पादक कृषकों को भी इसका लाभ मिल रहा है। धान के बदले कोदो, कुटकी, गन्ना, अरहर, मक्का, सोयाबीन, दलहन, तिलहन, सुुगंधित धान, अन्य फोर्टिफाइड धान, केला, पपीता अथवा वृक्षारोपण करने पर प्रति एकड़ 10 हजार रूपए इनपुट सब्सिडी राशि दी जा रही है। वृक्षारोपण करने वाले किसानों को 3 वर्षों तक इनपुट सब्सिडी(input subsidy) की राशि मिलेगी। जिले में इन योजनाओं से व्यापक पैमाने पर किसान लाभान्वित हो रहे हैं।

 

 

छत्तीसगढ़ समर्थन मूल्य पर धान खरीदी अब तक कि जानकारी :

छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य(msp) पर धान खरीदी(dhan kharidi 2023 chhattisgarh) का महाभियान निरंतर जारी है जो 31 जनवरी 2023 तक चलेगा। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में समर्थन मूल्य पर किसानों से 02 जनवरी 2023 तक 80.55 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। धान खरीदी के एवज में 19.33 लाख किसानों को लगभग 16,217 करोड़ रूपए का भुगतान बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत किया गया है। मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीदी(Paddy purchase) के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है। अब तक 68 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा 55 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है।

इसे भी पढ़ें -  डी बी टी के माध्यम से ही किसानों को मिलेगी बागवानी मिशन की राशि -सीईओ डॉ. चतुर्वेदी

 

अधिकारियों ने बताया कि 02 जनवरी को 44 हजार  किसानों से 1.65 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। इसके अलावा ऑनलाइन प्राप्त टोकन(token) के जरिए किसानों से लगभग 23 हजार टन धान की भी खरीदी हुई हैं। आगामी दिवस की धान खरीदी के लिए 55,440 हजार टोकन तथा ”टोकन तुंहर हाथ एप” के जरिये लगभग 7 हजार 608 टोकन ऑनलाइन जारी किए गए हैं। इस साल राज्य में 25.92 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 2.26 लाख नये किसान शामिल हैं। राज्य में धान खरीदी के लिए 2600 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है।

 


इस Post को आप Share भी कर सकते हैं 👇
error: Content is protected !!