धान की सीधी बुआई से भी किसानों को कई फायदे.. कम लागत अधिक उत्पादन कैसे होता है ? 

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धान की सीधी बुआई : किसान भइयों आज हम धान की सीधी बुआई से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां आप लोगों के साथ शेयर कर रहे हैं। देखा जाए तो धान की बुआई के लिए किसान दो तरीकों का उपयोग करते हैं 1- धान की सीधी बुआई 2- धान की रोपाई, कम पानी वाले क्षेत्रों के किसान धान की सीधी बिजाई लगातार करते आ रहे हैं यह कोई नई पद्धति नहीं है यह बहुत पुरानी पद्धति है। धान की सीधी बुआई के अपने फायदे भी है, इसमें लागत भी कम आता है और भी अनके महत्वपूर्ण बातें है जो आज आप लोगों के साथ साझा कर रहे हैं तो पूरी पोस्ट पर बने रहियेगा।

कैसे होता है धान की सीधी बुआई ? 

ग्रामीण क्षेत्रों के किसान जहाँ पानी की कमी होती है या वर्षा जल से खेती होती हैं जिनके पास सिंचाई की अतिरिक्त व्यवस्था नहीं होती ऐसे जगह किसान धान की सीधी बुआई को करते हैं। सीधी बुआई में किसान हाथों से धान का छिड़काव करते हैं। और लाईन से लाइन भी मशीनों के माध्यम से बुआई करते हैं। 

सीधी बुआई का समय – धान की सीधी बुआई के लिए जून का महीना ही बहुत ही अच्छा होता है सीधी बिजाई के लिए 15 से 20 जून तक का डेट सही माना जाता है।  

धान की खेत तैयारी कैसे करें ? 

धान की सीधी बुआई के लिए खेत की तैयारी कैसे करना है जानकारों के अनुसार खेत की तैयारी आपको लगभग दो से चार जुताई सूखा करना है। लास्ट में आपका रोटावेटर चलाना है जिससे मिट्टी भुरभुरी हो जाए मिट्टी हल्की हो जाए। खरपतवार नियंत्रण कैसे करें खाद का उपयोग कैसे करें इसकी जानकारी भी होनी चाहिए और समय अनुसार इसका उपयोग भी करना चाहिए। ताकि फ़सलों को दवाई और खाद का पूरा लाभ सही समय पर मिल सके इससे फ़सलों के उत्पादन में वृद्धि होती है। 

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धान के लिए खरपतवार नियंत्रण कैसे करें ? 

धान की खेती में बहुत बड़ी समस्या आती है खरपतवार की जानकारी अनुसार सीधी बिजाई करते हैं तो बुआई के 24 घन्टे के बाद पेंडमिथिलीन दवाई का छिड़काव कर सकते हैं। जिससे कि खरपतवार नियंत्रण किया जा सकता है। कोई भी खरपतवार नियंत्रण दवाओं का उपयोग करने से पहले दवाई की पूरी जानकारी ले कर ही छिड़काव करें। 

धान के लिए खाद का उपयोग कैसे करें?

अब बात आती है खाद का उपयोग कैसे करें। किसान भइयों कम्पोस्ट खाद धान की खेती के लिए बहुत अच्छा माना जाता है इसलिए तीन से चार ट्रॉली गोबर की खाद डालना चाहिए क्योंकि इस जेनरेशन में जो मिट्टी है रासायनिक खाद से अधिक प्रभावित हो चुकी है। मिट्टी को उपजाऊपन और मिट्टी जलधारण क्षमता बढ़ाए सूखा बुआई कर रहे हैं तो जल धारण क्षमता बढ़ना जरूरी है जिससे आपको उत्पादन अच्छा से मिले। 

रसायनिक खाद बंद नहीं कर सकते आपको उत्पादन लेना है तो आप जब भी आप ऑर्गेनिक खाद बढ़ाएंगे तो रासायनिक खाद थोड़ा कम करेंगे इस प्रकार से आपको काम करना होगा। ताकि धान का उत्पादन अच्छी मिल सके। 

धान की सीधी बुआई के फायदा…

किशन भाइयों धान की सीधी बुआई के फायदा कि अगर हम बात करें तो इसके कई फायदे आप सोच सकते हैं सबसे पहले तो धान की सीधी बुवाई से पानी की बचत होती है अगर आप धान की रोपाई करते हैं तो पहले आपको खेतों पर पानी भरना होता है उसके बाद आप और उपाय कर सकते है लेकिन सीधी बुवाई में पानी की कम उपयोग से पानी की बचत होती है हालांकि जैसे-जैसे समय बढ़ता जाता है समय अनुसार धान के पौधों के लिए पानी देना जरूरी है। 

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सीधी बुवाई से दूसरा फायदा यह है कि मजदूर की बचत होती है अगर आप रोपाई करने जाते हैं तो ज्यादा मजदूर की आवश्यकता होती है लेकिन वही सीधी बुवाई में मजदूरों की आवश्यकता नहीं है किसान स्वयं भी सीधी बुवाई कर सकते हैं इस तरह सीधी बुआई में खर्चों से बच सकते हैं। 

लागत कम उत्पादन अधिक कैसे करें?

इस तरह से देखें तो धान की सीधी बुवाई से लागत कम आता है क्योंकि इसमें ज्यादा मजदूरों की आवश्यकता नहीं होती तो किसानों की मजदूरी बच जाती है। वही पानी की भी बचत हो जाती है कम पानी की आवश्यकता होता है सीधी बुवाई के लिए वही हम बात करें तो इसमें बुआई के समय ज्यादा खाद की आवश्यकता नहीं होता है। इस तरह से देखें तो कम लागत में किसान सीधी बुवाई कर सकते हैं। 

उत्पादन की बात करें तो अगर हम सही समय पर धान की सीधी बुवाई करते हैं भूमि का चयन सही करते हैं और खाद प्रबंधन सही करते हैं साथ ही खरपतवार नियंत्रण अगर हमारा सही रहता है तो धान का उत्पादन भी अधिक होगा इस तरह से किसान भाई सीधी धान की बुवाई करके भी अधिक मुनाफा कमा सकते हैं उत्पादन में वृद्धि हो सकता है। 

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और  जानकारियों पर आधारित है. फ़सलों के उत्पादन में सिंचाई प्रबंधन खाद प्रबंधन, धान का उत्पादन क्षेत्र अनुसार जलवायु अनुसार भी निर्भर करता है। इसलिए किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें। 

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